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Showing posts from December, 2018

मृणाल सेनः बम्बइया सिनेमा को चुनौती देने वाला फ़िल्मकार

एक सख़्त दिल और रूखे व्यक्तित्व का बड़ा रेलवे अफ़सर भुवन शोम बत्तखों का शिकार करने के मक़सद से गुजरात के देहाती-रेगिस्तानी इलाक़े में जाता है जहां एक निश्छल, कोमल, प्रकृति के बीच रहने वाली युवती का व्यवहार और उसकी संवेदना उसे फिर से संवेदनशील मनुष्य बना देती है. आदिवासी युवती गौरी के भीतर शोम साहब एक 'मरती हुई दुनिया में धड़कती हुई नस को महसूस करते हैं और अचानक हर चीज़ आलोकित हो उठती है, और वे ए क नयी प्रसन्नता को पा जाते हैं.' मनुष्य के रूपान्तरण की यह फ़िल्म थी 'भुवन शोम' और फ़िल्मकार थे मृणाल सेन, जो तब तक बांग्ला में 'नील आकाशेर नीचे' और 'बाइशे श्रावण' जैसी फ़िल्में बना चुके थे. 'भुवन शोम' उनकी पहली हिंदी फ़िल्म थी और उसे वर्ष की सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म, सर्वश्रेष्ठ निर्देशन और सवश्रेष्ठ अभिनय (उत्पल दत्त) का पुरस्कार प्राप्त हुआ. समानांतर सिनेमा का आगाज़ 1970 के दशक में हिंदी में एक ऐसे कलात्मक सिनेमा का आगाज़ हुआ था, जिसे बम्बइया व्यावसायिक सिनेमा के बरक्स 'समानांतर सिनेमा' कहा गया और जिसने अगले करीब डेढ़ दशक तक मुख्यधारा की...

मयंक-पुजारा-कोहली की तिकड़ी से कंगारू पस्त, पहले दिन भारत 215/2

भारतीय क्रिकेट टीम ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर ऑस्ट्रेलिया के साथ जारी तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन बुधवार को स्टंप्स तक दो विकेट के नुकसान पर 215 रन बना लिए हैं. चेतेश्वर पुजारा (68 रन) और विराट कोहली (47 रन) क्रीज पर हैं. कप्तान कोहली और पुजारा के बीच तीसरे विकेट के लिए 92 रनों की पार्टनरशिप हो चुकी है. इससे पहले अपना डेब्यू इंटरनेशनल मैच खेल रहे मयंक अग्रवाल ने 76 रन बनाए. मयंक की पारी में 161 गेंद शामिल रही. इस दौरान मयंक ने आठ चौके और एक छक्का लगाया. मयंक ने चेतेश्वर पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 83 रनों की साझेदारी की. भारत की शुरुआत अच्छी रही. हनुमा विहारी और मयंक अग्रवाल की जोड़ी ने 40 रनों की ओपनिंग साझेदारी की. मयंक लगातार स्ट्राइक रोटेट कर रहे थे तो वहीं विहारी ने गेंद को पुराना करने का जिम्मा उठाया. उन्होंने खाता खोलने के लिए 22 गेंदे खेलीं. विहारी ने 66 गेंदों में आठ रन बनाए. हनुमा के आउट होने के बाद  मयंक और पुजारा ने संभलकर खेलते हुए टीम को मजबूती देने का काम जारी रखा. IND vs AUS: डेब्यू करते ही मयंक ने तोड़ दिया 71 साल का रिकॉर्ड मयंक ने नेथन ल...

COP24 पोलैंड: जलवायु परिवर्तन के किन मुद्दों पर बनी सहमति

कॉप24 यानी 24वां कॉन्फ़्रेंस ऑफ द पार्टीज टु द यूनाइटेड नेशन्स फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज पर पोलैंड में 2015 के पेरिस जलवायु समझौते को लागू करने पर सहमति बन गई है. 2020 से यह समझौता लागू होना है. आख़िर इस बैठक में वो कौन से मुद्दे थे, जिन पर बात हुई? 2015 के पेरिस जलवायु समझौते को 2020 से कैसे लागू किया जाए, इस पर बात हुई. पेरिस समझौते में अमीर देशों के लिए नियम पर कोई सहमति नहीं बन पाई थी. ग़रीब देशों और अमीर देशों के कार्बन उत्सर्जन की सीमा को लेकर विवाद था. इस मामले में चीन ने पहल करते हुए 2015 के पेरिस समझौते को आगे बढ़ाने के लिए हामी भरी है और इससे इस सम्मेलन को काफ़ी बल मिला. एक सबसे बड़ी असहमति इंटरगवर्नमेंटल पैनल की जलवायु परिवर्तन पर वैज्ञानिक रिपोर्ट को लेकर है. कुछ देशों के समूह, जिनमें सऊदी अरब, अमरीका, कुवैत और रूस ने आईपीसीसी की रिपोर्ट को ख़ारिज कर दिया है. इसे लेकर कोई बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है. हालांकि अब भी मामला सुलझ नहीं पाया है. कई देशों में राष्ट्रवाद के उफान को लेकर भी चिंता जताई जा रही है. ब्राज़ील में हाल ही में चुनाव हुआ और ज...

तो क्या निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह के भीतर जा पाएंगी महिलाएं?

"पैग़ंबर अब्राहम तब तक अपना खाना नहीं खाते थे जब तक उनके साथ खाने के लिए कोई और न बैठा हो. कई बार तो वो साथ खाने वाले की तलाश में मीलों दूर तक चले जाया करते थे. एक बार उनके साथ एक ऐसा शख़्स था जो बहुत से धर्मों को मानता था. पैग़ंबर को उसे खाने के लिए पूछने में हिचकिचाहट हो रही थी. तभी एक दिव्य वाणी ने उनसे कहा- हे अब्राहम! हम इस शख़्स को ज़िंदगी दे सकते हैं लेकिन तुम इसे खाना नहीं दे सकते." "अब आप ही बताइए जब ख़ुदा बंदे में फ़र्क़ करने से मना करता है तो क्या मर्द और औरत में फ़र्क़ करना ठीक है...? ये ठीक नहीं है और इसीलिए हमने जनहित याचिका डाली है." पुणे से दिल्ली आई तीन सहेलियों ने हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया की क़ब्र पर महिलाओं को प्रवेश नहीं दिए जाने के नियम को चुनौती देते हुए जनहित याचिका डाली है. उनका कहना है कि जब भीतर मर्द जा सकते हैं तो औरतें क्यों नहीं. एक ओर इन लड़कियों की दलीलें , हैं वहीं दरगाह अपनी कई सौ सालों पुरानी परंपराओं का हवाला देती है और इसे जायज़ ठहराती है. शिवांगी कुमारी, दीबा फ़रयाल और अनुकृति सुगम पुणे के बालाजी लॉ कॉलेज में बीए (...

गाड़ी हटाने को लेकर बहस, कार सवार ने मारी 5 गोलियां

दिल्ली वालों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है. ज़रा ज़रा सी बात पर लोग एक दूसरे से झगड़ना करने लगते हैं. यहां तक कि अब तो मर्डर करने से भी लोगों को गुरेज नहीं है. ताजा मामला मयूर विहार इलाके का है , जहां पार्किंग को लेकर हुए मामली विवाद में एक कार सवार शख्स ने युवक को पांच-पांच गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. वारदात दिल्ली के थाना पांडव नगर इलाके की है. पूर्वी दिल्ली का युवक योगेश अपने बीमार भाई के लिए देर रात पीने का पानी लाने गया था, उसका भाई कूकरेजा अस्पताल भर्ती है. वह पानी लेने बाइक से मयूर विहार फेस वन के 24X7 केंद्र पर पहुंचा. वहां पहले से खड़े आई20 कार सवार से योगेश का पार्किंग को लेकर विवाद हो गया. दोनों के बीच मामला इतना बढ़ गया कि योगेश ने कार के शीशे पर जोर से हाथ मार दिया. तभी कार सवार दो युवकों ने एक बाद एक पांच गोली योगेश के जिस्म में उतार दी. जिससे मौके पर ही योगेश की मौत हो गई. वारदात को अंजाम देकर दोनों आरोपी अपनी कार समेत मौके से फरार हो गए. घटना की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची और योगेश के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. पुलिस 24X7 दुकान ...

लॉन्च हो गया भारत का सबसे भारी सैटेलाइट

भारत के सबसे वज़नी सैटेलाइ ट जीसैट-11 को यूरोपीय स्पेस एजेंसी के प्रक्षेपण केंद्र फ़्रेंच गयाना से बुधवार सुबह अंतरिक्ष रवाना कर दिया गया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के मुताबिक़ जीसैट-11 का वज़न 5,854 किलोग्राम है और ये उसका बनाया अब तक का सबसे भारी सैटेलाइट है. ये जियोस्टेशनरी सैटेलाइट पृथ्वी की सतह से 36 हज़ार किलोमीटर ऊपर ऑरबिट में रहेगा. सैटेलाइट इतना बड़ा है कि इसका हर सोलर पैनल चार मीटर से ज़्यादा लंबा है, जो एक सेडान कार के बराबर है. जीसैट-11 में केयू-बैंड और केए-बैंड फ़्रीक्वेंसी में 40 ट्रांसपोंडर होंगे, जो 14 गीगाबाइट/सेकेंड तक की डेटा ट्रांसफ़र स्पीड के साथ हाई बैंडविथ कनेक्टिविटी दे सकते हैं. लेकिन भारी सैटेलाइट का मतलब क्या है? उन्होंने कहा, ''भारी सैटेलाइट का मतलब ये नहीं है कि वो कम काम करेगा. कम्युनिकेशन सैटेलाइट के मामले में भारी होने का मतलब है कि वो बहुत ताक़तवर है और लंबे समय तक काम करने की क्षमता रखता है.'' 'मानव अंतरिक्ष उड़ान' की कमान इस महिला के हाथ इसरो के वो वैज्ञानिक जिन पर लगा जासूसी का झूठा आरोप बागला के म...