कांग्रेस की चौथी लिस्ट जारी; दो विधायकों की सीट बदली, 5 को दोबारा टिकट और 10 नए चेहरे
कांग्रेस ने राज्य में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रत्याशियों के नामों की चौथी लिस्ट जारी की है। इसमें 17 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है। सूची में 10 नए चेहरे शामिल किए गए। चिंतामणि महाराज आैर प्रीतमराम सिंह ने लुंड्रा आैर सामरी के सीटों की अदला-बदली की है। चौथी सूची में पांच विधायकों को दोबारा टिकट दिया गया है।
इन पांच विधायकों में अनिला भेड़िया, मोतीलाल देवांगन, जनकराम वर्मा, प्रीतम राम आैर चिंतामणि महाराज शामिल हैं। बिलाईगढ़ से शिक्षाकर्मी नेता चंद्रदेव राय को प्रत्याशी बनाया गया। सूची में 6 एसटी और 3 एससी वर्ग से उम्मीदवार बनाए गए हैं। इसके साथ ही कांग्रेस 90 सीटों में अब तक 72 उम्मीदवार तय कर चुकी है। बाकी 18 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम भी एक-दो दिन में घोषित कर दिए जाएंगे।
8 सीटाें पर कांग्रेस के प्रत्याशी घोषित नहीं: राज्य में अभी 18 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें कांग्रेस के उम्मीदवार घोषित नहीं हैं। इन सीटों में बिल्हा, बिलासपुर, बसना, प्रेमनगर, जैजेपुर, धरसींवा, रायपुर उत्तर, लैलूंगा, कोटा, रायपुर दक्षिण, नवागढ़, कुरुद, धमतरी, संजारी बालोद, बेमेतरा, वैशालीनगर, गुंडरदेही और रायगढ़ हैं।
भाजपा ने अभी 12 सीटों पर नहीं उतारे प्रत्याशी: दूसरी तरफ भाजपा ने अभी तक 12 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी कहा कि एक-दो दिन में इन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे। इनमें रायपुर उत्तर, प्रेमनगर, रामानुजगंज, वैशालीनगर, सरायपाली, बसना, कोटा, बलौदा बाजार, संजारी बालोद, गुंडरदेही, जैजेपुर आैर महासमुंद की सीट हैं।
टिकट वितरण के लिए भारतीय जनता पार्टी की माथा-पच्ची अंतिम दौर में पहुंच गई है। आज रात तक सभी 230 सीटों पर नाम फाइनल हो जाएंगे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर देर रात तक चली पार्टी नेताओं की बैठक में 170 नाम तय कर लिए गए हैं। पता चला है कि इस बार पार्टी 85 सीटों पर नए चेहरे मैदान में उतार सकती है। 65 वर्तमान विधायकों का टिकट काटा जाएगा। कुछ सांसदों को भी विधानसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है।
भाजपा सूत्रों को कहना है कि 170 सीटों पर सिंगल नाम हैं। बाकी की 130 सीटों पर दो या तीन नाम के पैनल हैं। जिन्हें आज अंतिम रूप दे दिया जाएगा। इसके बाद रविवार को एक बार फिर से सभी नामों पर चर्चा होगी। एक नबंवर को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन नामों पर चर्चा के बाद इसी दिन पहली सूची जारी होने की संभावना है।
मंत्रियों पर संकट के बादल: बताया जा रहा है कि इस बार मंत्री माया सिंह, सूर्य प्रकाश मीणा, कुसुम मेहदेले, हर्ष सिंह, शरद जैन का टिकट कट सकता है। मंत्री जयभान सिंह पवैया, पारस जैन की रिपोर्ट कार्ड भी ठीक नहीं है। इसलिए इनके टिकट पर संशय की स्थिति है। पूर्व मंत्री सरताज सिंह और बाबूलाल गौर को पार्टी फिर से मौका दे सकती है। मुरैना सांसद और पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, मनोहर ऊंटवाल, संपतिया उईके, रोडमल नागर को भी पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ा सकती है। उज्जैन संभाग और बुंदेलखंड में कई नए चेहरे इस बार मैदान में दिखेंगे। इसके अलावा भोपाल जिले के दो विधानसभा क्षेत्रों में दो नए चेहरे मैदान में दिख सकते हैं।
शिवराज की चिंता: मुख्यमंत्री निवास में शुक्रवार रात हुई बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे और संगठन महामंत्री सुहास भगत, नरेंद्र सिंह तोमर, धर्मेंद्र प्रधान के बीच हर सीट पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने खुद एक-एक सीट के बारे में पार्टी की स्थिति बाकी नेताओं को अवगत कराया। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की सबसे बड़ी चिंता उन विधायकों को लेकर है जिनके टिकट काटे जाना हैं।
पहले से भेजे जाएंगे नेता: पार्टी सूत्रों का कहना है जिन विधायकों को टिकट कटने की संभावना है। उन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा विरोध का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति से निपटने के लिए पार्टी पहले से ही उन क्षेत्रों में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भेज सकती है।
कांग्रेस की सूची 31 को : कांग्रेस की सूची भी लगभग फाइनल हो चुकी है। 29 अक्टूबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश के दो दिनी दौरे पर आ रहे हैं। 31 अक्टूबर कांग्रेस की पहली सूची आने की संभावना है। उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली में केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठकें चल रही हैं।
इन पांच विधायकों में अनिला भेड़िया, मोतीलाल देवांगन, जनकराम वर्मा, प्रीतम राम आैर चिंतामणि महाराज शामिल हैं। बिलाईगढ़ से शिक्षाकर्मी नेता चंद्रदेव राय को प्रत्याशी बनाया गया। सूची में 6 एसटी और 3 एससी वर्ग से उम्मीदवार बनाए गए हैं। इसके साथ ही कांग्रेस 90 सीटों में अब तक 72 उम्मीदवार तय कर चुकी है। बाकी 18 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम भी एक-दो दिन में घोषित कर दिए जाएंगे।
8 सीटाें पर कांग्रेस के प्रत्याशी घोषित नहीं: राज्य में अभी 18 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें कांग्रेस के उम्मीदवार घोषित नहीं हैं। इन सीटों में बिल्हा, बिलासपुर, बसना, प्रेमनगर, जैजेपुर, धरसींवा, रायपुर उत्तर, लैलूंगा, कोटा, रायपुर दक्षिण, नवागढ़, कुरुद, धमतरी, संजारी बालोद, बेमेतरा, वैशालीनगर, गुंडरदेही और रायगढ़ हैं।
भाजपा ने अभी 12 सीटों पर नहीं उतारे प्रत्याशी: दूसरी तरफ भाजपा ने अभी तक 12 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी कहा कि एक-दो दिन में इन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे। इनमें रायपुर उत्तर, प्रेमनगर, रामानुजगंज, वैशालीनगर, सरायपाली, बसना, कोटा, बलौदा बाजार, संजारी बालोद, गुंडरदेही, जैजेपुर आैर महासमुंद की सीट हैं।
टिकट वितरण के लिए भारतीय जनता पार्टी की माथा-पच्ची अंतिम दौर में पहुंच गई है। आज रात तक सभी 230 सीटों पर नाम फाइनल हो जाएंगे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर देर रात तक चली पार्टी नेताओं की बैठक में 170 नाम तय कर लिए गए हैं। पता चला है कि इस बार पार्टी 85 सीटों पर नए चेहरे मैदान में उतार सकती है। 65 वर्तमान विधायकों का टिकट काटा जाएगा। कुछ सांसदों को भी विधानसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है।
भाजपा सूत्रों को कहना है कि 170 सीटों पर सिंगल नाम हैं। बाकी की 130 सीटों पर दो या तीन नाम के पैनल हैं। जिन्हें आज अंतिम रूप दे दिया जाएगा। इसके बाद रविवार को एक बार फिर से सभी नामों पर चर्चा होगी। एक नबंवर को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन नामों पर चर्चा के बाद इसी दिन पहली सूची जारी होने की संभावना है।
मंत्रियों पर संकट के बादल: बताया जा रहा है कि इस बार मंत्री माया सिंह, सूर्य प्रकाश मीणा, कुसुम मेहदेले, हर्ष सिंह, शरद जैन का टिकट कट सकता है। मंत्री जयभान सिंह पवैया, पारस जैन की रिपोर्ट कार्ड भी ठीक नहीं है। इसलिए इनके टिकट पर संशय की स्थिति है। पूर्व मंत्री सरताज सिंह और बाबूलाल गौर को पार्टी फिर से मौका दे सकती है। मुरैना सांसद और पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, मनोहर ऊंटवाल, संपतिया उईके, रोडमल नागर को भी पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ा सकती है। उज्जैन संभाग और बुंदेलखंड में कई नए चेहरे इस बार मैदान में दिखेंगे। इसके अलावा भोपाल जिले के दो विधानसभा क्षेत्रों में दो नए चेहरे मैदान में दिख सकते हैं।
शिवराज की चिंता: मुख्यमंत्री निवास में शुक्रवार रात हुई बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे और संगठन महामंत्री सुहास भगत, नरेंद्र सिंह तोमर, धर्मेंद्र प्रधान के बीच हर सीट पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने खुद एक-एक सीट के बारे में पार्टी की स्थिति बाकी नेताओं को अवगत कराया। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की सबसे बड़ी चिंता उन विधायकों को लेकर है जिनके टिकट काटे जाना हैं।
पहले से भेजे जाएंगे नेता: पार्टी सूत्रों का कहना है जिन विधायकों को टिकट कटने की संभावना है। उन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा विरोध का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति से निपटने के लिए पार्टी पहले से ही उन क्षेत्रों में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भेज सकती है।
कांग्रेस की सूची 31 को : कांग्रेस की सूची भी लगभग फाइनल हो चुकी है। 29 अक्टूबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश के दो दिनी दौरे पर आ रहे हैं। 31 अक्टूबर कांग्रेस की पहली सूची आने की संभावना है। उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली में केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठकें चल रही हैं।
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